अपने में कड़वाहट समेटे करेला कई बीमारियों में दवा का काम करता है। डायबिटीज के रोगियों के लिए तो यह किसी वरदान से कम नहीं। यदि दो माह तक करेले के रस का एक गिलास रोजाना सुबह डायबिटीज के मरीज को पिलाया जाए तो उसे काफी फायदा होता है। करेले की सब्जी बनाकर भी शुगर के मरीजों को खिलाने से बहुत फायदा होता है। पीलिया होने पर भी करेले का सेवन करने से फायदा होता है। इसका रस निकाल कर रोगी को सुबह शाम पिलाया जा सकता है।
बवासीर व कब्ज और स्किन की बीमारियों में भी करेला फायदेमंद है। कड़वाहट ज्यादा लगने पर करेले के रस में मिश्री मिलाकर भी पीया जा सकता है। खांसी और सांस की बीमारियों में भी करेले के रस से बड़ा फायदा होता है। ज्यादा दिनों तक मीठा खाने के बाद करेले का जूस पीना अच्छा होता है। गठिया में भी करेले का सेवन करने से फायदा होता है।
* * * - * - * - * - * - * - * - * * *
आलू, बैंगन आदि सब्जियाँ काटने से भूरे रंग की हो जाती है। इन सब्जियों को काटकर तुरंत नमक के पानी में डाल देने से रंग भूरा नहीं होगा। सेब को काटने पर भूरा होने से बचाने के लिए उस पर नींबू का रस लगा दें। दही वाली सब्जियों में नमक उबाल आने के बाद डालें, दही फटेगा नहीं। साथ ही मध्यम आंच पर चलाते हुए पकाएं। बेसन की कढी धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए पकाएं। यह फटेगी नहीं।
काजू में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं। इससे शरीर को प्रोटीन, फाइबर तथा कार्बोहाइड्रेट मिलते हैं। काजू में कॉपर, मैंगनीज, फॉस्फोरस, मैगनीशियम और जिंक भरपूत मात्रा में होते हैं। इसके अलावा थायमिन, विटामिन, आयरन, पोटेशियम आदि खनिज भी पर्याप्त मात्रा में होते है।
वैधानिक सलाह / परामर्श - इन प्रयोगों के द्वारा उपचार करने से पूर्व योग्य चिकित्सक से सलाह / परामर्श अवश्य ले लें। सम्बन्धित लेखकों द्वारा भेजी गई नुस्खों / घरेलु प्रयोगों / आयुर्वेदिक उपचार विषयक जानकारी को यहाँ यथावत प्रकाशित कर दिया जाता है। इस विषयक दिव्ययुग डॉट कॉम के प्रबन्धक / सम्पादक की कोई जवाबदारी नहीं होगी।