आज कल परिवारों में देखने को मिलता है कि युवा अवस्था से पहले ही बालक तथा बालिकाओं के सिर के बाल लगभग 80 प्रतिशत सफेद हो रहे हैं। इस विषय में न माता पिता को तथा बच्चों को कोई चिन्ता है ही नहीं। अगर है तो उनको सही परामर्श, सही चिकित्सा, सही खान-पान, सही आहार-विहार का पता नहीं होता। केवल विज्ञापन देखते हैं और दवा या तेल मंगाकर खाते और लगाते हैं। फिर भी कोई विशेष लाभ नहीं मिलता। परेशानी में पड़े रहते हैं। आप सोच भी नहीं सकते कि वर्तमान युग में निरन्तर मोईल मं लगे रहना, हमेशा टी.वी. देखते रहना, भोजन में अधिकतर मात्रा में फास्ट-फूड का प्रयोग करना, अधिक देर तक जगना, अधिक समय तक सोना, ब्रह्मचर्य का पालन न करना ही मुख्य कारण है। इन सभी नियमों का सही रूप से पालन करें तो निश्चित रूप से लाभ ही लाभ मिलेगा।
बाल का सफेद होना- इसके लिए प्रतिदिन प्रातः उठ करके उषापान करें। शौच, दन्तधावन, आसन, प्राणायाम, व्यायाम, लघुशंका, स्नान, संध्या-हवन, सात्विक जलपान, अध्ययन, चिन्तन-मनन, करें तथा प्रतिदिन गुरुकुल आश्रम आमसेना फार्मेसी द्वारा निर्मित आमलकी रसायन 200 ग्राम, सप्तामृत लौह 20 ग्रा., मुक्ताशुक्ति 10 ग्रा., भृंगराज चूर्ण 100 ग्रा. इन सबको मिलाकर रख दें और एक-एक चम्मच खाने से पहले खाएँ। तथा हमारे द्वारा ही निर्मित ब्राह्मी आँवला तेल को सिर में मालिश करके लगाएँ। केश रक्षक चूर्ण-दो/तीन चम्मच चूर्ण को आधी कटोरी पानी में रात्रि में भिगो दें और सुबह स्नान के आधा घण्टा पहले सिर में अच्छी तरह लगार स्नान कर लें। जब अच्छी तरह बाल सुख जाए ब्रह्मी आँवला तेल को लगाया करें। तीन कि.ग्रा. आँवला लोहे के बर्तन में भरकर बर्तन का मुँह को बन्द करके एक माह पर्यन्त मिट्टी के अन्दर दबाकर रख दें। जब एक महिना पूरा हो जाये निकालकर आँवला को भी बर्तन से बाहर रख दें।
दो किलो तिल तेल, दो किलो देशी गाय का दूध, दो किलो गौ मूत्र, दो किलो भृंगराज का रस इन सबको धीमी आँच में पकाकर तेल सिद्ध हो जाए तो उतार कर छानकर बोलत में रख लें। इस तेल को यदि हम सफेद हुए बालों पर नित्य-प्रतिदिन स्नान के बाद बालों के सुख जाने पर लगाने से लाभ ही लाभ मिलता है। भृंगराज आसव- भोजन के बाद 15 से 30 मी.ग्रा. बराबर पानी के साथ मिलाकर सेवन करना चाहिए। आँवला स्वरस- इस रस को 15 से 20 मी.ग्रा. प्रतिदिन प्रातः खाली पेट सेवन करें। तो सफेद बाल काले हो जाते हैं। झड़ना बन्द हो जाताहै। बाल टूट-टूटकर गिरना बन्द हो जाता है। बाल का दोमुही होना बन्द हो जाता है। बाल का रंग उड़ना बन्द होकर सुन्दर चमकीले काले घने बाल होते हैं और भी नारियल तेल में शुद्ध कपूर मिलाकर बालों में लगाएँ तो बालों की समस्या दूर हो जाती हैं। आप शुद्ध त्रिफला चूर्ण को भिगोकर सुबह बाल पर लगाकर धो सकते हैं। इससे भी बहुत ज्यादा लाभ मिलता है। मेथी को पिसकर लुगदी बनाकर और झड़ते हुए बालों पर लगाएं तो बाल झड़ना बन्द हो जाता है। तथा सिर के जूँएं भी मर जाती हैं। ध्यान रहे नींबू के बीज लेकर पानी में पिस लें और उड़ गए बालों के स्थान पर लगाएँ तो बाल उग आते हैं और गंजापन से बच जाते हैं।
Motivational Speech on Vedas in Hindi by Dr. Sanjay Dev
Rashtra & Dharma | कोई भी राष्ट्र धर्म निरपेक्ष नहीं हो सकता -2