1. भूख न लगती हो, तो गन्ने के रस को एक उबाल देकर कांच की बोतल में बंद करके रख लें। दो सप्ताह भर बाद थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पीएं। भूख खुलकर लगेगी।
2. कान के दर्द में अदरक या तुलसी का रस बिना पानी डाले कान में डालें।
3. तुलसी के पत्ते चबाने से मुंह के छाले दूर होते हैं।
4. सफेद जयन्ती की जड़ माथे पर बांधने से पुराना बुखार ठीक होता है।
5. बच्चा अगर सोते-सोते चौंकता हो, तो सिरहाने फिटकरी का टुकड़ा रख दें।
6. दांत पीले हों तो बेकिंग पावडर में थोड़ा सा नमक मिलाकर रगड़े, दांत सफेद हो जाएंगे।
7. अगर मूत्राशय में पथरी हो तो सूखे आंवले के चूर्ण को मूली में छेद करके भर दें। सुबह खाली पेट इसे खाएं, कुछ दिनों में पथरी निकल जायेगी।
8. स्मरण शक्ति और मस्तिष्क आदि बचपन से कमजोर हों, तो प्रतिदिन सुबह उठते ही मंजन के बाद मलाई के साथ शहद का सेवन करें, दो-तीन माह में चमत्कारी लाभ होगा।
9. बाल झड़ रहे हों या पक रहे हों तो दोनों हाथों के नाखूनों को आपस में रगड़ने से लाभ होगा।
10. सिर में जुएं पड़ गई हों, तो तुलसी के रस में नीम्बू का रस मिलाकर बालों की जड़ों में मलें जूं और लीखों से छुटकारा मिलेगा।
11. भांग, चरस, अफीम का नशा हो, तो अमरूद खाने से उतर जाता है।
12. कब्ज की स्थिति में अमरूद खाने से पेट साफ होता है।
13. खांसी व कफ होने पर भुना हुआ अमरूद खाएं।
14. मूली का रस पीने से पुरानी खांसी दूर होती है। मूली खाली पेट न खाएं।
15. बिस्तर पर पड़े मरीज जिनमें खड़े होने की ताकत भी नहीं है, वे अदरक का रस एक चम्मच आंवले का रस एक चम्मच, इन दोनों को दो कप पानी में उबालकर व छानकर प्रतिदिन तीन बार पिएं।
16. दुर्बलता दूर करने के लिए 50 ग्राम किशमिश शुद्ध जल में रात भिगो दें। प्रातः इसका सेवन करें। यह प्रयोग तीन माह तक करें।
इन्हें भी आजमाइए
दाँत दर्द में थोड़ी सी रूई नमक रखकर देशी घी में डुबोकर दाँत के नीचे रखकर दबाने से दाँत में जमा पानी निकल जाता है तथा दांत दर्द में राहत मिलती है।
दाँतों में दर्द होने पर थोड़े सरसों के तेल में थोड़ा हल्दी-नमक मिलाकर पेष्ट करते रहने से दांतों के कीड़े मर जाते हैं और हिलते हुए दाँत को रोकने की क्षमता आ जाती है।
सुबह उठते ही दो गिलास पानी पीते रहने से आँखों की ज्योति बढ़ती है।
सुबह उठते ही तथा दिन में तीन-चार बार पानी के छींटे आँखों में मारने से आँखों की रोशनी बढ़ती है।
घरेलू कामकाज की बातें
आटे को फ्रीज में रख देने से आटा दो-तीन दिनों तक ताजा बना रहता है।
आटे के टीन, नमकीन, चीनी या किसी खाने की वस्तु में दो-तीन लौंग रख देने से चीटियां भागती हुई नजर आएंगी।
दरवाजे में काले चीटों या तिलचट्टों ने बिल बना लिया हो, तो वहाँ कुछ लौंग रख देने से चीटें भाग जाएंगे।
फर्श पर मिट्टी के तेल का पौंछा पानी में मिलाकर मारने से मच्छर-मक्खी भाग जाते हैं और धीरे-धीरे फर्श में चमक आ जाती है।
स्टील की बाल्टी या पतीली में पानी के दाग लग जाने पर बालू से मांजने से दाग भी दूर हो जाते हैं और बर्तन में चमक आ जाती है।
वैधानिक सलाह / परामर्श - इन प्रयोगों के द्वारा उपचार करने से पूर्व योग्य चिकित्सक से सलाह / परामर्श अवश्य ले लें। सम्बन्धित लेखकों द्वारा भेजी गई नुस्खों / घरेलु प्रयोगों / आयुर्वेदिक उपचार विषयक जानकारी को यहाँ यथावत प्रकाशित कर दिया जाता है। इस विषयक दिव्ययुग डॉट कॉम के प्रबन्धक / सम्पादक की कोई जवाबदारी नहीं होगी।
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