आयुर्वेद में आँवला को अमृत फल की उपाधि प्रदान की गई है। आयुर्वेद के अनुसार यदि कोई भी मानव जीवन प्रयत्न आँवले का प्रयोग करे तो उसे किसी भी प्रकार की शारीरिक परेशानी उठानी नहीं पड़ेगी।
1. जिन व्यक्तियों को सिर के बालों की समस्या रहती है वह सूखे आँवले को रात्री में पानी में मिला दें। सुबह उस पानी से आखों को धोयें तो बालों की सभी समस्या में लाभ मिलता है और नेत्र ज्योति में वृद्धि होती है तथा नेत्रों में अनेक रोगों से फायदा होता है।
2. इस आँवले के पानी को सिर के बालों में 5-10 मिनट तक मालिश करें तो बाल काले होंगे तथा धीरे-धीरे मुलायम होंगे और रोग रहित हो जायेंगे। आँवले के पानी की मालिश से बालों की तेजी से वृद्धि होगी।
3. आँवलें को पीसकर चूरन बना लें। वह पेट के रोगों में अत्यन्त लाभकारी होता है। ताजे आँवले को मुरब्बा बना कर प्रयोग करने से भी लाभ मिलता है।
4. ताजे आँवलों को रसोई में समस्त सब्जियों में प्रयोग करने से स्वास्थ्य लाभ होता है। शीत ऋतु में ताजे आँवले से च्यवनप्राश बनता है।
5. त्रिफला बनाने में आँवला मुख्य धारक होता है। शीत ऋतु में ताजे आँवले का प्रयोग अत्यन्त लाभकारी और स्वास्थ्यवर्धक होता है। - कृष्ण मोहन गोयल
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