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गैस से राहत के लिए घरेलू उपयोग

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वर्तमान में जीवनशैली ठीक नहीं होने के कारण अनेक लोगों को गैस, अफारा, वायु-विकार आदि से सम्बन्धित स्वास्थ्य समस्याएं बनी रहती है। इस विषय में कुछ घरेलू उपचारों का प्रयोग विशेष लाभदायक रहता है। अपने अनुकूल प्रयोग इनमें से करके देखें-
पेट में गैस बनने पर इलायची के 4-5 दाने पीसकर दिन में 3-4 बार गरम पानी के साथ लें। केवल इलायची के चूसने से भी आराम मिल जाता है।

कच्चे नारियल का पानी पीने से भी पेट में गैस से आराम मिलता है।

गन्ने के ताजा रस को उबालकर उसमें आधा नीम्बू निचोड़ लें तथा उसमें थोड़ा सा काला नमक तथा थोड़ा सा अदरक का रस मिलाकर सेवन करें। इसमें वायु विकार, अफारा शीघ्र समाप्त हो जाता है तथा गैस नहीं बनती।

पेट में गैस की शिकायत रहने पर दाल या सब्जी में कुछ दिन तक सौंफ का छोंक लगाकर प्रयोग करें।

लहसून हर घर में रहता ही है। लहसून के सेवन से पेट में गैस नहीं बनती। सुबह खाली पेट लहसून की 3-4 कलियाँ अदरक के साथ लें, तो तुरन्त लाभ होता है।

एक लहसून की कलियां छील लें। इनको बीज निकाली हुई 4-5 मुनक्काओं में लपेट लें और भोजन के बाद इनको चबाकर निगल लें। इससे पेट में रूकी हुई वायु तत्काल निकल जाएगी।

अंगूर के रस का सेवन करने से भी पेट की गैस में राहत मिलती है।

टमाटर का सेवन गैस की शिकायत को दूर करके पाचन शक्ति को बढाता है। भोजन के साथ सलाद के रूप में इसका प्रतिदिन प्रयोग करना चाहिए। सलाद के साथ साधारण नमक की बजाय काले नमक का प्रयोग भी किया जाए तो ज्यादा अच्छा रहेगा।

जिन लोगों के पेट में गैस बनती है, उन्हें मिश्री के साथ पुदीना की आठ-दस पत्तियाँ चबाकर खानी चाहिएँ। इससे पेट हल्का रहेगा तथा भूख भी खुलकर लगेगी। भोजन के साथ पुदीना की चटनी का प्रयोग भी करें तो अच्छा रहता है।

भोजन करने से पहले या बाद में पेट में गैस बनने पर काली मिर्च का दो-तीन ग्राम चूर्ण फांक लें और ऊपर से नीम्बू का रस मिला हुआ हल्का गरम पानी पी लें। इससे पेट और अपच की शिकायत दूर होगी।

वायु विकार के कारण यदि सिर में दर्द हो रहा तो चाय में काली मिर्च डालकर सेवन करने से तुरन्त आराम मिलता है।

काली मिर्च के चूर्ण में अदरक का रस और नीम्बू का रस मिलाकर चाटने से पेट दर्द और गैस से राहत मिलती है।

हरड़ का चूर्ण शहद के साथ सेवन करना भी गैस से राहत देता है।

एक मीठा सेवफल लेकर उसमें दस ग्राम लौंग चुभो दें तथा इस फल को ठंडे स्थान पर या फ्रिज में रख दें। दस दिन बाद लौंग निकालकर 2-3 लौंग प्रतिदिन पानी से ले लें। पेट की गैस से राहत मिलेगी। चावल व बादी की चीजें न खाएं।

पेट में गैस बनने पर मूली को थोड़ा काला नमक लगाकर चबाकर खाएं। ऊपर से एक गिलास पानी पी लें। इससे भी राहत मिलेगी।

अदरक छोटे-छोटे टुकड़ों पर नमक छिड़ककर रख लें। दिन में तीन-चार बार एक-दो छोटे टुकड़े चूसते रहने या चबाते रहने से गैस की पीड़ा से मुक्ति मिलती है तथा शरीर में भारीपन नहीं लगता। मन प्रसन्न रहता है तथा भूख भी अच्छी लगती है।

बच्चे और बड़े दोनों के पेट और आँतों के ऐंठनयुक्त दर्द के लिए अजवाइन बेदन उपयोगी है। आँतों में संक्रमण (इंफेक्शन) और अपच हो तो एक चम्मच (5 ग्राम) अजवाइन थोड़ा सा नमक मिलकार गर्म पानी के साथ लें। बच्चों के लिए आधा चम्मच अजवाईन बहुत है।

तुलसी की पत्तियाँ पीसकर पीने से भी गैस या अपच में तुरन्त आराम मिलता है।

वैधानिक सलाह / परामर्श - इन प्रयोगों के द्वारा उपचार करने से पूर्व योग्य चिकित्सक से सलाह / परामर्श अवश्य ले लें। सम्बन्धित लेखकों द्वारा भेजी गई नुस्खों / घरेलु प्रयोगों / आयुर्वेदिक उपचार विषयक जानकारी को यहाँ यथावत प्रकाशित कर दिया जाता है। इस विषयक दिव्ययुग डॉट कॉम के प्रबन्धक / सम्पादक की कोई जवाबदारी नहीं होगी।


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