Call Now : 8120018052, 9302101186 | MAP
     
विशेष सूचना- Arya Samaj तथा Arya Samaj Marriage और इससे मिलते-जुलते नामों से Internet पर अनेक फर्जी वेबसाईट एवं गुमराह करने वाले आकर्षक विज्ञापन प्रसारित हो रहे हैं। अत: जनहित में सूचना दी जाती है कि इनसे आर्यसमाज विधि से विवाह संस्कार व्यवस्था अथवा अन्य किसी भी प्रकार का व्यवहार करते समय यह पूरी तरह सुनिश्चित कर लें कि इनके द्वारा किया जा रहा कार्य पूरी तरह वैधानिक है अथवा नहीं। Kindly ensure that you are solemnising your marriage with a registered organisation and do not get mislead by large Buildings or Hall. For More information contact us at - 09302101186
arya samaj marriage indore india legal
all india arya samaj marriage place

साधनात्मक मार्ग
समस्त साधनों का सार है ध्यान - साधना-पद्धतियों में ध्यान की महत्ता सर्वोपरि है। सभी धर्म-संप्रदायों की पूजा-पद्धतियों में ध्यान किसी-न-किसी रूप में जुड़ा हुआ है। हम राजयोग, हठयोग, लययोग, मंत्रयोग, ज्ञानयोग, कर्मयोग, भक्तियोग आदि किसी भी साधनात्मक मार्ग का अवलंबन क्यों न कर रहे हों, उनमें ध्यान की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।

The essence of all the means is meditation - the importance of meditation is paramount in the methods of meditation. Meditation is associated in some form or the other in the worship practices of all religions and sects. Whether we are following any spiritual path like Raja Yoga, Hatha Yoga, Laya Yoga, Mantra Yoga, Jnana Yoga, Karma Yoga, Bhakti Yoga etc., the role of meditation is important in them.

Spiritual Path | Arya Samaj, 9302101186 | Divya Yug | Pandits for Marriage | Arya Samaj Legal Wedding | Arya Samaj Marriage Rituals | Arya Samaj Wedding | Legal Marriage | Pandits for Pooja Arya Samaj Mandir | Arya Samaj Marriage Rules | Arya Samaj Wedding Ceremony | Legal Marriage Help | Arya Samaj Intercaste Matrimony | Arya Samaj Marriage Procedure | Arya Samaj Vivah Poojan Vidhi | Inter Caste Marriage Promotion | Official Website of Arya Samaj | Arya Samaj Legal Marriage Service | Arya Samaj Marriage Registration | Arya Samaj Vivah Vidhi | Inter Caste Marriage Promotion for Prevent of Untouchability

  • स्वाध्याय की आवश्यकता

    स्वाध्याय की आवश्यकता बार बार पाठ करने से ही सिद्धान्त की जानकारी होती है। सरसरी निगाह से देखने पर कुछ पता नहीं लगता। सत्यार्थप्रकाश, ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका और  संस्कारविधि का अनेक बार गम्भीरतापूर्वक अध्ययन करना होगा, अन्यथा कमजोरी ही बनी रहेगी। जैसे एक छात्र किसी विषय को ध्यान से नहीं पढता, तो वह विषय उसके लिये दुरूह बना रहता है। कठिन और...

    Read More ...

Copyright @ 2023. All Rights Reserved. divyayug.com