खुशनुमा पल
लोग ठंढ से बचने के लिए बहुत सारे गरम कपड़े खरीद लेते हैं, जो समय के साथ पुराने हो जाते हैं। ऐसे में जितना जरूरी है, उतना रखने के उपरांत आदि बाकि कपड़े उन जरूरतमंदों को दे दिए जाएँ, जो उन्हें खरीद नहीं सकते, तो ऐसे ढंड से नए लोगों का भी बचाव हो सकता है। यह भी जरूरी है कि अपनी वस्तुओं को फिर से उपयोग करने उन्हें रिसकिल करने की की आदत अपनाई जाए। जब भी कोई व्यक्ति अपने घर से अनुपयोगी या कम उपयोगी चीजों को निकालता है, तो उससे घर में कार्बन फुटप्रिंट में कमी आती है और उसकी जीवनशैली पर्यावरण के लिए अधिक बेहतर साबित होती है। बेहतर यही होगा कि अपने आस-पास चीजों को जमा करने के बजाय खुशनुमा पलों को इकठ्ठा किया जाए।
People buy a lot of warm clothes to protect themselves from the frost, which get old with time. In such a situation, after keeping as much as is necessary, the rest of the clothes should be given to those needy, who cannot buy them, then new people can also be saved by such a method. It is also important to inculcate the habit of recycling your items to reuse them. Whenever a person removes useless or less useful things from his house, it reduces the carbon footprint in the house and his lifestyle proves to be better for the environment. It would be better to collect happy moments rather than hoarding things around you.
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स्वाध्याय की आवश्यकता बार बार पाठ करने से ही सिद्धान्त की जानकारी होती है। सरसरी निगाह से देखने पर कुछ पता नहीं लगता। सत्यार्थप्रकाश, ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका और संस्कारविधि का अनेक बार गम्भीरतापूर्वक अध्ययन करना होगा, अन्यथा कमजोरी ही बनी रहेगी। जैसे एक छात्र किसी विषय को ध्यान से नहीं पढता, तो वह विषय उसके लिये दुरूह बना रहता है। कठिन और...