वैराग्य और बोध
जैसे असावधानीवश (हाथ से छूटकर) सीढ़ियों पर गिरी हुई खेल की गेंद एक सीढ़ी से दूसरी सीढ़ी पर गिरती हुई नीचे चली जाती है, वैसे ही यदि चित्त अपने लक्ष्य (ब्रम्ह) से हटकर थोड़ा-सा भी बहिर्मुखी हो जाता है तो फिर बराबर नीचे की ओर ही गिरता चला जाता है। उसी प्रकार यदि हमारा मन अपने परम लक्ष्य से थोड़ा-सा भी भटक जाए तो फिर वह नीचे ही गिरता चल जाता है। एक बार भटक जाने पर उसे पुनः प्रारंभिक स्थान पर लाना अत्यंत कठिन हो जाता है। अतः मोक्ष प्राप्ति के लिए वैराग्य और बोध, दोनों की आवश्यकता है।
Just as a game ball that has fallen on the stairs by accident (released from the hand) goes down falling from one ladder to another, so if the mind turns a little outward from its goal (Brahma), then it goes down again. It just keeps falling. Similarly, if our mind deviates even a little bit from its ultimate goal, then it keeps on falling down. Once lost, it becomes very difficult to bring it back to the starting place. Therefore, both dispassion and awareness are needed to attain salvation.
Detachment and Understanding | Arya Samaj, 9302101186 | Divya Yug | Arya Samaj Wedding Rituals | Legal Marriage Helpline | Arya Samaj Indore | Procedure of Arya Samaj Wedding | Arya Samaj Mandir Marriage | Arya Samaj Pandits for Gayatri Havan | Aryasamaj Mandir Marriage Helpline | All India Arya Samaj | Legal Marriage Helpline Conductor | Validity of Arya Samaj Marriage | Arya Samaj Mandir Marriage Helpline | Arya Samaj Pandits for Havan | Arya Samaj Online | Court Marriage | Legal Marriage Helpline Consultant | Validity of Arya Samaj Marriage Certificate | Arya Samaj Mandir Shaadi | Arya Samaj Pandits for Legal Marriage | Court Marriage Helpline | Marriage Booking | Vastu Correction Without Demolition
स्वाध्याय की आवश्यकता बार बार पाठ करने से ही सिद्धान्त की जानकारी होती है। सरसरी निगाह से देखने पर कुछ पता नहीं लगता। सत्यार्थप्रकाश, ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका और संस्कारविधि का अनेक बार गम्भीरतापूर्वक अध्ययन करना होगा, अन्यथा कमजोरी ही बनी रहेगी। जैसे एक छात्र किसी विषय को ध्यान से नहीं पढता, तो वह विषय उसके लिये दुरूह बना रहता है। कठिन और...